Monday, December 31, 2012

""में बलात्कारी हूँ "" फेम हनी सिंह के साथ.... नाचती "" चाची 420

""में बलात्कारी हूँ "" फेम हनी सिंह के साथ.... नाचती "" चाची 420 ""





2012 में अपने गानों से धूम मचाने वाले पॉप सिंगर हनी सिंह के लिखे कुछ बेहद अश्लील गानों को लेकर उनके न्यू इयर कंसर्ट का भारी विरोध हो रहा है।
पूरी खबर पढ़ें
http://navbharattimes.indiatimes.com/rapper-honey-singhs-lyrics-vulgar-and-offensive-stop-his-show-activists-to-hotel/articleshow/17832837.cms



हनी के अश्लील गाने पर बवाल, न्यू इयर कंसर्ट का विरोध

Honey Singh
हनी सिंह
नई दिल्ली।। 2012 में अपने गानों से धूम मचाने वाली मशहूर पॉप सिंगर हनी सिंह का गुड़गांव के एक होटेल में आज होने वाले न्यू इयर कंसर्ट पर खूब बवाल हो रहा है। महिलाएं हनी सिंह के गानों की पॉर्न लिरिक्स को लेकर इस कंसर्ट को तुरंत रद्द करने की मांग कर रही हैं। लेखक कल्पना मिश्र ने एक याचिका के जरिए होटल के जनरल मैनेजर को चिट्ठी लिखकर हनी सिंह के कंसर्ट को रद्द करने की मांग की है। ( पढें-लोग जो आसपास बोलते हैं, मैं वह बस लिख देता हूं: हनी सिंह)

कल्पना ने याचिका में हनी सिंह के 2006 में लिखे गए एक बेहद अश्लील गाने "चू*" का जिक्र करते हुए लिखा है, 'देश में रेप के बढ़ते मामलों और दिल्ली में गैंगरेप के बाद युवती की मौत से देशभर में आक्रोश है। हम जानते हैं कि बलात्कार की घटनाएं इसलिए घटती हैं, क्योंकि कुछ मर्दों को यह स्वीकार्य है। जैसा कि हनी सिंह का नीचे लिखा यह गाना बताता है। (कल्पना ने अपनी याचिका में गाने के कुछ अंश दिए हैं। गाना इतना अश्लील है कि हम इसे अपनी साइट पर नहीं दे सकते)

कल्पना ने याचिका में गाने के इन बोलों के बाद लिखा है कि महिलाओं के प्रति बीमार मानसिकता को दिखाते ऐसे गीत ही मर्दों में यह सोच बिठाते हैं कि पिछले दिनों दिल्ली में लड़की के साथ बस में जो किया गया, वह सही था।

कल्पना ने अपनी साइट Change.org पर भी यह याचिका डाली है। इसे दो हजार से ज्यादा लोगों का समर्थन मिल चुका है। पत्रकार बरखा दत्त और वीर संघवी भी इनमें शामिल हैं। उधर, इस कंसर्ट को आयोजित करने वाले होटेल ब्रिस्टल ने कार्यक्रम को रद्द करने से इनकार कर दिया है। होटेल मैनेजमेंट ने कहा कि उन्हें इस याचिका के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

Sunday, December 30, 2012

काँग्रेस सरकार की भारत विरोधी मानसिकता


काँग्रेस सरकार की भारत विरोधी मानसिकता देखिये कोई अंतर नहीं है मुगल राज और काँग्रेस शासन में.....

भारतीय नगरों के नाम अरब साम्राज्यवादी आक्रांताओं के नाम पर रखे गये और भारतीय महापुरूषों को हाशिये पर फेंक दिया गया, कुछ उदाहरण देखिये.....

विजयनगर हिंदू राज्य था उसका नाम बदलकर सिकंदराबाद रख दिया गया ।

महारानी कर्णावती के नाम पर एक नगर का नाम कर्णावत था परंतु इसका नाम बदलकर एक क्रूर आतंकी के नाम पर अहमदाबाद रख दिया गया।

अकबर ने प्रयाग का नाम बदलकर इलाहाबाद रख दिया।

साकेतनगर जो राम के राज्य से प्रेरित नाम था उसे बदलकर फैजाबाद कर दिया गया।

शिवाजी नगर का नाम बदलकर आतंकी औरंगजेब के नाम पर औरंगाबाद कर दिया गया।

लक्ष्मीनगर का नाम बदलकर नबाब मुजफ्फर अली के नाम पर मुजफ्फरनगर रख दिया।

भटनेरनगर का नाम गाजियाबाद रख दिया।

इंद्रप्रस्थ का नाम दिल्ली रख दिया गया।

इसी प्रकार आज भी हमारे उपनगरों व सड़कों के नाम विदेशी लुटेरों और भारतविरोधी तत्वों के नाम पर रखे जा रहे है जैसे:

तुगलक रोड,
अकबर रोड,
औरंगजेब रोड,
आसफ अली रोड,
शाहजहाँ मार्ग,
जहागीर मार्ग,
लार्ड मिंटो रोड,
लारेन्स रोड,
डलहोजी रोड,
आर्थर रोड आदि - आदि।

जरा विचार करो, राष्ट्र्द्रोही और आतंकवादियों के नामों का इस प्रकार से भारत पर जबरदस्ती थोपा जाना एक षडयंत्र नहीं है क्या ..?

ये सब मानसिक एवं वैचारिक गुलामी का परिचायक है। अयोध्या के श्री राम मंदिर को विश्व जानता है कि यहां राम का जन्म हुआ और उसका भव्य मंदिर था, एक अरबपंथी लुटेरा जेहादी सेना लेकर आया उसने लूट मचाई, भारतीय स्वाभिमान को नीचा दिखाने के लिए उसने मंदिर को तोड दिया, लुटेरा भी चला गया और देश के दो भाग भी चले गये, परंतु फिर भी मुकदमा भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक श्रीराम और एक लुटेरे के बीच मे!

कैसी है यह आजादी ??

जय हिन्दू राष्ट्र !!!!
 — with Ashutosh Snehsagar Mishra and 49 others.
काँग्रेस सरकार की भारत विरोधी मानसिकता देखिये कोई अंतर नहीं है मुगल राज और काँग्रेस शासन में.....

भारतीय नगरों के नाम अरब साम्राज्यवादी आक्रांताओं के नाम पर रखे गये और भारतीय महापुरूषों को हाशिये पर फेंक दिया गया, कुछ उदाहरण देखिये.....

व...िजयनगर हिंदू राज्य था उसका नाम बदलकर सिकंदराबाद रख दिया गया ।

महारानी कर्णावती के नाम पर एक नगर का नाम कर्णावत था परंतु इसका नाम बदलकर एक क्रूर आतंकी के नाम पर अहमदाबाद रख दिया गया।

अकबर ने प्रयाग का नाम बदलकर इलाहाबाद रख दिया।

साकेतनगर जो राम के राज्य से प्रेरित नाम था उसे बदलकर फैजाबाद कर दिया गया।

शिवाजी नगर का नाम बदलकर आतंकी औरंगजेब के नाम पर औरंगाबाद कर दिया गया।

लक्ष्मीनगर का नाम बदलकर नबाब मुजफ्फर अली के नाम पर मुजफ्फरनगर रख दिया।

भटनेरनगर का नाम गाजियाबाद रख दिया।

इंद्रप्रस्थ का नाम दिल्ली रख दिया गया।

इसी प्रकार आज भी हमारे उपनगरों व सड़कों के नाम विदेशी लुटेरों और भारतविरोधी तत्वों के नाम पर रखे जा रहे है जैसे:

तुगलक रोड,
अकबर रोड,
औरंगजेब रोड,
आसफ अली रोड,
शाहजहाँ मार्ग,
जहागीर मार्ग,
लार्ड मिंटो रोड,
लारेन्स रोड,
डलहोजी रोड,
आर्थर रोड आदि - आदि।

जरा विचार करो, राष्ट्र्द्रोही और आतंकवादियों के नामों का इस प्रकार से भारत पर जबरदस्ती थोपा जाना एक षडयंत्र नहीं है क्या ..?

ये सब मानसिक एवं वैचारिक गुलामी का परिचायक है। अयोध्या के श्री राम मंदिर को विश्व जानता है कि यहां राम का जन्म हुआ और उसका भव्य मंदिर था, एक अरबपंथी लुटेरा जेहादी सेना लेकर आया उसने लूट मचाई, भारतीय स्वाभिमान को नीचा दिखाने के लिए उसने मंदिर को तोड दिया, लुटेरा भी चला गया और देश के दो भाग भी चले गये, परंतु फिर भी मुकदमा भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक श्रीराम और एक लुटेरे के बीच मे!

कैसी है यह आजादी ??

जय हिन्दू राष्ट्र !!!!
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