Saturday, January 4, 2014

मौत या झींगालाला

दूर पहाड़ी पर एक कबीला था,जहा कोई आता जाता नही था .उस कबीले का सरदार एक सनकी आदमी था जो छोटी छोटी गलतियो की भयानक सजा देता था.

एक बार दो चोर पकड़े गये और उन्हे जकड़ कर सरदार के सामने लाया गया...
सरदार ने उनसे पूछा तुम्हारे पास दो रास्ते है "मौत चाहिए या झींगालाला "...

पहले चोर ने सोचा कि मरने से तो अच्छा है ये झींगालाला ट्राई किया जाए तो उसने कहा "झींगालाला"

सरदार ने हुक्म दिया कि "पांच गरम सलाखे इसके पेट मे और पांच गरम सलाखे इसके पिछवाड़े मे घुसेड़ी जाए"

पहले चोर की चीख सुनकर और भयानक तड़प देखकर दूसरा चोर बुरी तरह कांप गया और उसने सोचा इससे तो मौत अच्छी है इसलिए उसने कहा "मुझे मौत चाहिए"

सरदार ने हुक्म दिया "इसका तब तक झींगालाला किया जाये जब तक ये मर न जाये "..

सुना है अमेठी मे राहुल बनाम कुमार विश्वास होने वाला है ..
मतलब अमेठी वालो को क्या मिलेगा -मौत (राहुल) या झींगालाला (कुमार विश्वास ) ?

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