शिंदे का सांप्रदायिक चेहरा उजागर, तिलक से इनकार मुस्लिम टोपी स्वीकार
Last Updated: Sunday, March 09, 2014, 09:58
ज़ी मीडिया ब्यूरोसोलापुर
: केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे नए विवाद में घिर गए हैं। शिंदे
पर साम्प्रदायिक होने का आरोप लगा है। सोलापुर के लोगों का आरोप है कि
शिंदे धार्मिक एकता की बजाय भेदभाव को बढ़ावा दे रहे हैं।
बीते
सोमवार को सोलापुर में उर्दू भवन कॉम्लेक्स की आधारशिला रखने का कार्यक्रम
था। इस दौरान जब एक हिंदू पुजारी ने गृह मंत्री को सिंदुर का तिलक लगाना
चाहा तो उन्होंने इनकार कर दिया, लेकिन जब मौलवी ने फुंदेदार टोपी पहनाई तो
उन्होंने तुरंत पहन ली। आयोजकों ने साम्प्रदायिक सौहार्द दिखाने के लिए
हिंदू पुजारी और मुस्लिम मौलवी को बुलाया था।
सूत्रों के मुताबिक
सोलापुर के एक शख्स ने बताया कि जब हिंदू पुजारी शिंदे के माथे पर सिंदूर
का तिलक लगाने के लिए उनके पास पहुंचा तो गृह मंत्री ने उसे दूर हटा लिया।
वक्त नहीं होने का बहाना बनाते हुए शिंदे ने पुजारी को मंत्र भी नहीं पढ़ने
दिए। शिंदे ने कुछ चावल झपटे और उन्हें जल्द ही हवा में उछाल दिया। साथ ही
पुजारी से माइक्रोफोन छीन लिया और उसे मौलवी को थमा दिया। मौलवी ने कुछ
इस्लामिक धार्मिक पाठ पढ़ा।
सूत्रों के मुताबिक कार्यक्रम में
शिंदे की बेटी और विधायक परिणिती शिंदे भी मौजूद थी। उन्होंने भी फूंदेदार
टोपी पहनी हुई थी। कार्यक्रम में महाराष्ट्र के कपड़ा एवं अल्पसंख्यक विकास
मंत्री मोहम्मद आरिफ नसीम खान भी मौजूद थे। गौरतलब है कि जब गुजरात के
मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान मौलवी के
हाथों टोपी पहनने से इनकार कर दिया था तब बहुत विवाद हुआ था, लेकिन तब
मोदी ने किसी पुजारी से तिलक नहीं लगवाया था।