Saturday, April 13, 2013

सुप्रीमकोर्ट में एक महाचोर दुसरे महाचोर को नंगा करेगा

अब सुप्रीमकोर्ट में एक महाचोर दुसरे महाचोर को नंगा करेगा


सुप्रीमकोर्ट ने सीबीआई निदेशक से ये हलफनामा देने को कहा की कोल घोटाले की जाँच प्रभावित करने में नीच कांग्रेस का कोई रोल नही है ..

सीबीआई निदेशक रिटायर के समय झूठा हलफनामा देकर जेल जाने से बचने के लिए अब कांग्रेस और पीएमओ की पोल खोलेंगे .

कोलगेट मामले में दोगली कांग्रेस सरकार की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। मामले की जांच कर रही सीबीआई के डायरेक्टर रंजीत कुमार सिन्हा ने सरकार के दबाव के आगे झुकने से इनकार कर दिया है। सिन्हा को 26 तारीख को कोर्ट में यह हलफनामा देना था कि जांच रिपोर्ट में कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने कोई बदलाव नहीं करवाया है, लेकिन उन्होंने झूठा ऐफिडेविट देने से इनकार कर दिया है। इस मामले में सरकार के साथ-साथ सीबीआई भी बुरी तरह फंसती नजर आ रही है।

सूत्रों का कहना है कि सीबीआई चीफ झूठी गवाही नहीं देंगे। वह कोर्ट में इस बात का खंडन नहीं करेंगे कि लॉ मिनिस्ट्री ने उन्हें कोलगेट स्कैम की स्टेटस रिपोर्ट डिसकस करने के लिए बुलाया था। 12 मार्च को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के पूछने पर सरकार ने दावा किया था कि सीबीआई ने इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट को पॉलिटिकल लीडरशिप के साथ शेयर नहीं किया था। कोर्ट का मानना था कि इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट को सिर्फ जजों के सामने पेश किया जाना चाहिए। कोर्ट की साफ हिदायत थी कि इस रिपोर्ट को नेताओं के साथ शेयर नहीं किया जाए।

मामले की सुनवाई कर रही बेंच ने सीबीआई डायरेक्टर को इस बारे में ऐफिडेविट दाखिल करने को कहा था कि उन्होंने इस रिपोर्ट को न तो किसी के साथ शेयर किया है और न ही ऐसा भविष्य में करेंगे। अब 26 अप्रैल को सीबीआई डायरेक्टर को हलफनामा दाखिल करके कोर्ट को यह बताना होगा कि उन्होंने इस रिपोर्ट को नेताओं के साथ शेयर किया है या नहीं। सूत्रों का कहना है कि सरकार ने सीबीआई चीफ को झूठा हलफनामा देने के लिए मनाने की खूब कोशिशें कीं, लेकिन सिन्हा झूठ बोलकर अपनी मुश्किलें नहीं बढ़ाना चाहते।


अब सुप्रीमकोर्ट में एक महाचोर दुसरे महाचोर को नंगा करेगा .. 

सुप्रीमकोर्ट ने सीबीआई निदेशक से ये हलफनामा देने को कहा की कोल घोटाले की जाँच प्रभावित करने में नीच कांग्रेस का कोई रोल नही है ..

सीबीआई निदेशक रिटायर के समय झूठा हलफनामा देकर जेल जाने से बचने के लिए अब कांग्रेस और पीएमओ की पोल खोलेंगे ..


कोलगेट मामले में दोगली कांग्रेस सरकार की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। मामले की जांच कर रही सीबीआई के डायरेक्टर रंजीत कुमार सिन्हा ने सरकार के दबाव के आगे झुकने से इनकार कर दिया है। सिन्हा को 26 तारीख को कोर्ट में यह हलफनामा देना था कि जांच रिपोर्ट में कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने कोई बदलाव नहीं करवाया है, लेकिन उन्होंने झूठा ऐफिडेविट देने से इनकार कर दिया है। इस मामले में सरकार के साथ-साथ सीबीआई भी बुरी तरह फंसती नजर आ रही है।

सूत्रों का कहना है कि सीबीआई चीफ झूठी गवाही नहीं देंगे। वह कोर्ट में इस बात का खंडन नहीं करेंगे कि लॉ मिनिस्ट्री ने उन्हें कोलगेट स्कैम की स्टेटस रिपोर्ट डिसकस करने के लिए बुलाया था। 12 मार्च को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के पूछने पर सरकार ने दावा किया था कि सीबीआई ने इस मामले की स्टेटस रिपोर्ट को पॉलिटिकल लीडरशिप के साथ शेयर नहीं किया था। कोर्ट का मानना था कि इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट को सिर्फ जजों के सामने पेश किया जाना चाहिए। कोर्ट की साफ हिदायत थी कि इस रिपोर्ट को नेताओं के साथ शेयर नहीं किया जाए।

मामले की सुनवाई कर रही बेंच ने सीबीआई डायरेक्टर को इस बारे में ऐफिडेविट दाखिल करने को कहा था कि उन्होंने इस रिपोर्ट को न तो किसी के साथ शेयर किया है और न ही ऐसा भविष्य में करेंगे। अब 26 अप्रैल को सीबीआई डायरेक्टर को हलफनामा दाखिल करके कोर्ट को यह बताना होगा कि उन्होंने इस रिपोर्ट को नेताओं के साथ शेयर किया है या नहीं। सूत्रों का कहना है कि सरकार ने सीबीआई चीफ को झूठा हलफनामा देने के लिए मनाने की खूब कोशिशें कीं, लेकिन सिन्हा झूठ बोलकर अपनी मुश्किलें नहीं बढ़ाना चाहते।

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