Thursday, July 25, 2013

गुजरात के दंगे भी कांग्रेस ने कराये थे

कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा की इंडियन मुजाहिद्दीन का निर्माण गुजरात दंगो के के कारन ही हुआ था तो इसके जवाब में बीजेपी की प्रवक्ता मीनक्षी लेखी ने कई चौका देने वाली जानकारी दी।

उन्होंने बताया की आज गुजरात में 2002 के बाद एक भी दंगा नहीं हुआ और गुजरात के दंगे भी कांग्रेस ने कराये थे। अगर आप देखेंगे तो जिन लोगो ने गोधरा में ट्रेन में हिन्दुओ को जिन्दा जलाया उनमे से हाफिज पानवाला कांग्रेस पार्टी से है। ज़किया जाफरी का घर जलाने वाला कांग्रेस पार्टी का कॉर्पोरटर था जिसका नाम नील सिंह चौधरी है। निसार बापू जो कांग्रेस का मेयर था वो वडोधरा के दंगो में शामिल था। मुहम्मद सुर्ती जो सूरत से कांग्रेस का मंत्री था वो भी बम ब्लास्ट करने में शामिल था। उन्होंने यह भी बताया की अभी तक गुजरात दंगो में न्यायलय ने 25 कांग्रेस के नेताओ को सजा दे चुकी है। यह सिद्ध हो चूका है की गुजरात दंगे कांग्रेस ने कराये थे फिर भी कांग्रेस मोदी पर झूटे आरोप लगते रहती है।

उन्होंने यह भी बताया की कांग्रेस कहती है की गुजरात के दंगो में कुल 1169 लोग मारे गए जिसमे 30% लोग हिन्दू थे लेकिन कांग्रेस और बिकाऊ मीडिया यह बात लोगो को कभी नहीं बताती है।

उन्होंने बताया की कश्मीर से कन्याकुमारी, केरेला तक हिन्दू असुरक्छित है। कश्मीर से 5 लाख हिन्दुओ को बहार फेका गया, अभी तमिलनाडु में बीजेपी के एक हिन्दू नेता को मारा गया, अगर आप तमाम घटनाये जोरेंगे तो केवल पिछले एक वर्ष में ही १६ ऐसी घटनाये हुई है जहा केरेला और तमिलनाडु में हिन्दु नेताओ को मारा गया है। अगर आप उससे भी पुराना इतिहास देखेंगे तो आप देखेंगे की किस प्रकार से हिन्दुओ को मारा गया है। कांग्रेस के शाशन में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई कोई भी सुरक्छित नहीं है।

http://www.youtube.com/watch?v=AsexbzB__cE


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आप चाहे किसी भी मज़हब या राजनैतिक दल से ताल्लुक रखते हो राष्ट्रहित के लिए इस पोस्ट को पूरा पढ़िए... और शेयर कीजिये...

● 1- भारत की आज़ादी के बाद के इतिहास में सबसे भयानक दंगे 1969 में अहमदाबाद (गुजरात) में हुए थे जिसमें 5000 मुसलमान मारे गए थे। उस वक़्त गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के "हितेन्द्र भाई देसाई" थे और भारत की प्रधानमंत्री इन्दिरा जी ..........
● 2- इसके बाद दूसरा बड़ा दंगा 1985 में गुजरात में हुआ जिसके बाद अन्य छोटे छोटे दंगे हुए जो महीनो तक चले, तब गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'माधवजी सोलंकी' थे और भारत के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे। .......
● 3-1987 में गुजरात में फिर दंगे हुए और तब भी गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'अमर सिंह चौधरी' थे।
● 4- इसके बाद 1990 में फिर से गुजरात दंगो की आग में दहक उठा। उस समय भी गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'चिमन भाई पटेल' थे।
● 5. और आखिर में 1992 में हुए दंगो के समय भी गुजरात के मुख्यमंत्री काँग्रेस के 'छिमा भाई पटेल' ही थे।
● गुजरात के इतिहास के सैकड़ो दंगो में से इन 5 बड़े दंगो के लिए हमारे "बुद्धिजीवी और मुस्लिम किसे जिम्मेदार मानेंगे ?? और याद रखिए गुजरात में 2002 के बाद से अमन और शांति कायम है... तो क्या आजतक मुस्लिमो की प्रिय कांग्रेस ने उन दंगो में मारे गए मुसलमानों के लिए कभी अपने मुंह से एक शब्द भी निकाला ? क्यो कांग्रेस केवल २००२ दंगो के लिए रोती रहती है ? कांग्रेस के राज में उन दंगो में मारे गए मुसलमानो का खून- खून ना हो कर पानी था क्या ? पर कांग्रेस क्यो बेकार में इस मुसीबत का साँप अपने गले में लटकाए जब खुद मुसलमानो को ही उन दंगो या उन दंगो में मारे गए मुसलमानो की याद नहीं है, उनको तो बस २००२ के दंगे याद हैं, वो भी तब- जबकि वो एक क्रिया के प्रतिक्रिया स्वरूप हुए थे, मुसलमानों मित्रो मैं नहीं कहता कि आप मोदी पर विश्वास करो पर आप जिस नीच कांग्रेस पार्टी को 65 सालो से अपना रहनुमा समझते आ रहे हो, उससे एक बार इस चीज़ का जवाब जरुर मांगो, कि यदि २००२ के मोदी के शासन में हुए दंगो के लिए कथित रूप से मोदी जिम्मेदार है, फिर उससे पहले कांग्रेस के शासनकाल में जो दंगे हुए थे, उनके लिए कौन जिम्मेदार है और उनके दोषिओं में से आजतक कितनो को सजा हुई ?



कांग्रेश की सबसे बड़ी मुसीबत ये है की समजोता एक्षप्रेस , माले गाव ब्लास्ट में हिन्दुओ को फ़साने के बाद साबुत बिलकुल नहीं मिल रहे है , कहते है मेजर पुरोहित ने ब्लास्ट किया और आर. दी. एक्ष .सेना से लाये !! सेना का कहना है की आर . डी . एक्ष . भारतीय सेना में नहीं होता है .

हेडली की पत्नी ने लिखित बयान दिया है की समजोता ब्लास्ट मामले में और मालेगांव मामले में उसके पति का हाथ है , अब भारत सरकार इस केस को ना उगल सकती है ना निगल सकती ----------- आई.बी. प्रमुख

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