Thursday, December 20, 2012

नेहरु-गाँधी परिवार का अनोखापन

नेहरू वकील मगर कभी किसी क्रांतिकारी का केस नहीं लड़ा अन्ग्रेजनो से अँखियाँ लड़ाते रहे बस |

गाँधी वकील मगर कभी किसी क्रांतिकारी का केस नहीं लड़ा मगर नेहरू की वकालत खूब करी |

इंदिरा गाँधी , राजीव गाँधी , संजय गाँधी अध्याय शुरू होते ही खत्म हो गए |

सोनिया गाँधी जिसका जन्म रहस्यमय , पढाई रहस्यमय , बीमारी रहस्यमय |

प्रियंका गाँधी चुनावी प्रचार का माध्यम भर |

राहुल गाँधी जिसको समझना किसी के बस में ही नहीं है |

मनमोहन सिंह एक अर्धशास्त्री मगर देश का अर्धशास्त्र समझ में आज तक नहीं आया |

शीला दीक्षित एक महिला मुख्यमंत्री जो कहती है की ६०० रुपये में 5 लोगो का पेट महिना भर भरा जा सकता है जबकि मुस्लिम विधवाओं के लिए इनका खजाना १५०० रुपये प्रति महिला देता है , इनका कहना है की शाम के बाद महिलाए घर से बाहर ना निकले |

कानून मंत्री सलमान खुर्सिद कानून की धज्जियाँ उड़ाते रहे |

वित्रमंत्री वित्रीय व्यवस्था को सँभालने में नाकाम रहे मगर देश का सर्व्वोच पद सँभालने के लिए कई पार्टियों की वित्रीय व्यवस्था सुधार दी |

कोयला मंत्री खरबों का कोयला बेच कर खा गए |

नागरिक उड्डयन मंत्री जो कभी किसी पार्टी में उड़ान भरते है तो कभी किसी में |
विदेश मंत्री अपनी विदेश निति की वजह से देश की किरकिरी करते रहे |

खेल मंत्री ने ऐसा खेल खेला की भारत को ओलम्पिक खेलने पर ही विश्व ओलम्पिक संघ ने प्रतिबन्ध लगा दिया |

रक्षा मंत्री बांग्लादेश से आने वाले बांग्लादेशियों की रक्षा करने के लिए नीतिया बनाते रहे और सैनिको के हाथ में बन्दुक की जगह बांग्लादेशियों की तलाशी लेने वाला इलेक्ट्रोनिक डिवाइस पकड़ा दिया |

जिस रेल विभाग को लालू जैसे उल्लू ने चमन बना दिया था उसको ममता और सोनिया के चक्कर में कांग्रेसियों ने नरक बना दिया |

श्रम और रोजगार मंत्रालय केवल मनेरगा का प्रचार करता आ रहा है ना तो बाल श्रम पर कोई रोक लगी ना ही रोजगार के संसाधन उपलब्ध हुए |

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बीते ८ वर्षो में कोई अनुसन्धान ऐसा नहीं किया गया जिस पर भारतियों को या इंडियंस को कोई बड़ा फायदा मिलता , भारत के वो युवा जो वैज्ञानिक बनना चाहते है वो विदेशो की और गोली की तरह भाग रहे है उनको रोकने के लिए ना तो प्रयोगों पर खर्च करने के लिए पैसा दिया जा रहा है ना प्रयोगशालाए |

आहा ,,, जब इतनी बात हो चुकी है तो हम पट्रोलियम मंत्रालय को कैसे भूल सकते है इनकी उपलब्धियों की वजह से पेट्रोल डीजल भरवाते समय बड़े बड़े पैसे वालो के माथे पर पसीना आ जाता है , और रसोई गैस पर तो इनके निर्णय से माँ बहनों की तो जैसे आफ़ात ही आ गयी है ,, अब उनका आधा समय रसोई में और आधा ये सोचते हुए निकल जाता है की 6 सिलेंडर के बाद क्या होगा ?

खैर ये लिस्ट तो इतनी लम्बी हो सकती है की मार्क जुकरबर्ग की फेसबुक पर केवल इनके काले कारनामो के लिए एक अलग तरह के पेज को डिजायन करना पड़ जाए ,,

कांग्रेस हटाओ भारत बचाओ ||

जय जय सियाराम ,, जय जय महाकाल ,, जय जय माँ भारती ||

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