
ये वही दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित हैं जिन्होंने अभी पिछले दिनों दिल्ली हाई कोर्ट को एक हलफनामा दिया था की दिल्ली के आजाद मैदान मैं अवेध रूप से बनायीं मस्जिद को बो हाई कोर्ट के आदेश के बाबजूद भी नहीं तोड़ सकती क्यूंकि हमारे पास पर्याप्त पुलिस बल नहीं है..
और अब हजारों प्रदर्शन कारी लोगों पर डंडे बरसाने के लिए इनके पास दिल्ली पुलिस है, हरियाणा पुलिस है,रिज़र्व पुलिस, बल है रेपिड एक्शन, फ़ोर्स है अर्ध सैनिक बल हैं, आशु गेस के गोले है, पानी की तेज़ बौछारें हैं..और आन्दोलन को कुचलने के सारे इंतजाम हैं.......
बाकी आप लोग समझदार हैं मैं कहूँगा तो साम्प्रदायिक करार दे दिया जाऊंगा... फिर भी मुझे कोई गम नहीं
वन्देमातरम।। —
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