Saturday, January 19, 2013

दोगलापन कांग्रेस का




सरकार का यह कदम महंगाई वाला ...

उद्यमी व व्यापारियों ने सरकार को कोसा

अनुत्पादक खर्चो में करे कटौती

जागरण संवाददाता, वाराणसी :
पेट्रोलियम पदार्थो में मूल्य वृद्धि से उद्यमी, ट्रांसपोर्टर व व्यापारी खासा नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार यदि इस तरह फैसले करती रही तो उद्योग-धंधों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। आम आदमी की महंगाई से कमर टूट जाएगी। मूल्य नियंत्रण केंद्र को ही करना चाहिए। तेल कंपनियों के हाथ में चाबी देकर सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच रही है जो कतई उचित नहीं है। यह महंगाई वाला कदम है।

डीजल मूल्य वृद्धि का असर सीधे उत्पादन लागत पर पड़ेगा। यदि इसी प्रकार पेट्रोलियम पदार्थो में बढ़ोतरी होती रही तो स्थिति और विकट हो जाएगी। यह आवश्यक वस्तु में शुमार हो चुका है। मूल्य नियंत्रण केंद्र सरकार को ही करना चाहिए। इसका अधिकार तेल कंपनियों को देना उचित नहीं है। राजकोषीय घाटा कम करना है तो अनुत्पादक खर्चो में कटौती करे।

आरके चौधरी, उद्यमी व अध्यक्ष रामनगर इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन।

पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने का असर चहुंओर होगा। इससे व्यापारी और किसानों पर ज्यादा मार पडे़गी। आम आदमी का जीवन प्रभावित होगा। केंद्र सरकार के निर्णय से लगता है कि वह अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।

राकेश चंद्र मिश्र-पेट्रोलियम पदार्थ के कारोबारी ।

राजकोषीय घाटा कम करने के नाम पर सरकार ने जो उपाय किए है उसका जनता पर नकारात्मक असर पड़ेगा। तेल कंपनियां अपने फायदे के हिसाब से डीजल का मूल्य तक करेगी। डीजल के दाम बढ़ने पर ट्रांसपोर्टर तुरंत माल ढुलाई भाड़ा बढ़ा देंगे। इससे महंगाई बेलगाम हो जाएगी।

प्रेम मिश्रा, कॉस्मेटिक कारोबारी

केंद्र सरकार का इस कदम से आमजनों पर महंगाई की और मार पडे़गी। डीजल मूल्य का निर्धारण अब पेट्रोलियम कंपनियों करेगी। वे जब चाहे दाम बढ़ा देगी। इससे महंगाई और बढ़ेगी।

रजनीश कनौजिया: सरिया करोबारी।

सरकार महंगाई रोकने में पूरी तरह विफल है। इसी तरह पेट्रोलियम में वृद्धि होती रही तो व्यापार धंधा चौपट हो जाएगा।सरकार को न तो उद्योग-व्यापार का कोई परवाह है और न ही आमजनों का ही। सरकार को अपने फैसले पर पुन: विचार करना चाहिए। अजय गुप्ता- फर्नीचर कारोबारी।

डीजल के दाम बढ़ने से इसका सीधा असर माल ढुलाई पर पड़ेगा। खाने-पीने सहित अन्य सही सामानों के दाम बढ़ेंगे। महंगाई को बल मिलेगा। आम आदमी और बदहाल हो जाएगा।

आनंद सोनकर- रेडीमेड व्यापारी।

(साभार: http://www.jagran.com/uttar-pradesh/varanasi-city-10052387.html समाचार के सम्पादित अंश| यह समाचार विभिन्न समाचार पत्रों से प्रकाशित खबरों से मात्र सूचना के उद्देश्य से लिये गये हैं।)

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